दस्त के कारण ,लक्षण ,इलाज ,दवा और उपचार | Loose Motion In Hindi

गर्मियों के मौसम में खान-पान में आए थोड़े से बदलाव के कारण लूज मोशन यानी दस्त की समस्या हो जाती है। वैसे तो यह समस्या बहुत छोटी है। लेकिन लगातार दस्त लगने से व्यक्ति कमजोर हो जाता है। ऐसे में समय रहते इस बीमारी का उपचार करना जरूरी है। आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताएंगे, जिसके माध्यम से आप घर में रहकर ही इसका उपचार कर सकते हैं।


Dast ke karan lakshan aur upchar

दस्त (Dast) एक रोग है जो बहुत से लोगों को प्रभावित करता है। इस रोग में आमतौर पर पेट के ऊपरी हिस्से में तीखी और दर्दनाक दस्त जैसे लक्षण होते हैं। यह रोग अधिकतर भूख कम लगने, पेट में दर्द और अस्वस्थता के कारण होता है। दस्त के कुछ अन्य लक्षण हैं जैसे पेट में गैस बनना, जी मिचलाना, त्वचा का सूखना, पेट में अफारा, उलटी आना और खाने के बाद अपच आदि।

दस्त के कारण विभिन्न हो सकते हैं। इस रोग के पीछे जीवाणु, वायरस और फंगल संक्रमण जैसे कारक छिपे होते हैं। दस्त के कुछ अधिक उपयोगी कारण निम्नलिखित हैं:


1. खाद्य पदार्थों में जीवाणु संक्रमण: खाद्य पदार्थों जैसे कि नमकीन और आम, जो जीवाणुओं से ढेर सारे होते हैं, दस्त के कारण बन सकते हैं।

2. अशुद्ध पानी: अशुद्ध पानी भी दस्त का एक मुख्य कारण है। जब पानी में जीवाणुओं का समूह मौजूद होता है, तो यह व्यक्ति को दस्त का शिकार बना सकता है।

3. नशीली दवाएं: कुछ ऐसी दवाएं होती हैं जो दस्त का कारण बन सकती हैं। उदाहरण के लिए, जिन लोगों को अल्कोहल और विभिन्न ड्रग्स का उपयोग करना पसंद होता है, वे अधिक दस्त के खतरे से जूझते हैं।

4. आहार और पोषण में कमी: दस्त के कारणों में एक और महत्वपूर्ण कारक आहार और पोषण में कमी है।

दस्त (Loose motion) के लक्षण और उपचार
दस्त एक ऐसा रोग है जो आमतौर पर खाद्य पदार्थों या पानी में मौजूद जीवाणुओं से फैलता है। यह रोग पेट के ऊपरी भाग में तीखी और दर्दनाक दस्त के रूप में प्रकट होता है। दस्त के कारण लक्षण और उपचार निम्नलिखित हैं:

लक्षण:

  1. तीखी और दर्दनाक दस्त
  2. पेट में दर्द
  3. भूख कम लगना
  4. पेट में गैस बनना
  5. जी मिचलाना
  6. त्वचा का सूखना
  7. पेट में अफारा
  8. उल्टी आना
  9. खाने के बाद अपच



दस्त का उपचार निम्नलिखित हैं।

  1. पानी: दस्त के उपचार के लिए पानी बहुत जरूरी होता है। दस्त से पीड़ित व्यक्ति को दिन भर में कम से कम आठ-दस गिलास पानी पीना चाहिए।

  2. इलायची: इलायची दस्त के लिए एक अच्छा देसी नुस्खा है। इसे नमक के साथ मिलाकर खाने से लाभ होता है।

  3. शहद: शहद एक अच्छा एंटीबैक्टीरियल है जो विभिन्न प्रकार के रोगों से लड़ने में मदद करता है। दस्त से ग्रस्त व्यक्ति को दो चम्मच शहद और आधा चम्मच काली मिर्च पाउडर लेना चाहिए

  4. अजवाइन: दस्त के लिए अजवाइन एक अच्छा देसी नुस्खा है। इसे नमक के साथ मिलाकर खाने से लाभ होता है।

  5. केला: केले में पोटैशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। पोटैशियम इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी को पूरा करता है, जो बार-बार दस्त आने की वजह से कम हो जाते हैं। 

  6. नारियल पानी: ताजा नारियल पानी दस्त से पीड़ित रोगियों को पिलाने की सलाह दी जाती है। दरअसल नारियल पानी में पोटैशियम और सोडियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं। जो शरीर के इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं। ये लूज मोशन की वजह से होने वाले डिहाइड्रेशन से बचाता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है।

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